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संजय नगर पेट्रोल पंप के पास दो मोटरसाइकिलों की भिड़ंत, एक युवक गंभीर रूप से घायल

 


कोरिया। शहर के संजय नगर पेट्रोल पंप के पास रविवार को हुई सड़क दुर्घटना ने एक बार फिर यातायात नियमों की अनदेखी और लापरवाह ड्राइविंग की हकीकत सामने ला दी। घटना में दो मोटरसाइकिलों की आमने-सामने भिड़ंत हो गई, जिसमें एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। स्थानीय लोगों की मदद से घायल युवक को तत्काल जिला चिकित्सालय भेजा गया, जहां उसका उपचार जारी है।


प्राप्त जानकारी के अनुसार, दुर्घटना में शामिल पल्सर मोटरसाइकिल तेज रफ्तार में आ रही थी। बताया जा रहा है कि चालक वाहन पर नियंत्रण नहीं रख सका और सामने से आ रही दूसरी मोटरसाइकिल से टकरा गया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि पल्सर सवार युवक सड़क किनारे गिर पड़ा और उसकी मोटरसाइकिल नाली में जा गिरी। हादसे के बाद मौके पर मौजूद लोगों ने तत्काल उसे उठाया और जिला चिकित्सालय पहुंचाया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि युवक के सिर पर गंभीर चोट लगी है और उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। ग्रामीणों और राहगीरों ने इस घटना के बाद चिंता जताई है कि शहर में इस तरह की सड़क दुर्घटनाओं का मुख्य कारण तेज रफ्तार, लापरवाह ड्राइविंग और बिना लाइसेंस वाहन चलाना है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि यदि युवक ने हेलमेट पहना होता तो उसकी जान को इतना बड़ा खतरा नहीं होता और गंभीर चोट से बचाव हो सकता था। बैकुंठपुर शहर में हेलमेट का उपयोग न करना आम बात हो चुकी है। यातायात विभाग समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाने का दावा करता है, लेकिन हकीकत यह है कि शहर में करीब 99 प्रतिशत बाइक सवार बिना हेलमेट के सड़कों पर दौड़ते देखे जाते हैं। इससे साफ पता चलता है कि यातायात विभाग की मुहिम का असर नगण्य साबित हो रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस और यातायात विभाग केवल चालानी कार्रवाई तक सीमित हैं, जबकि वास्तविक जरूरत सख्त निगरानी और लोगों में जागरूकता लाने की है। कई बार हेलमेट चेकिंग अभियान चलाए जाते हैं, लेकिन उसके बाद लापरवाह ड्राइवरों पर कोई स्थायी कार्रवाई नहीं होती। विशेषज्ञों का मानना है कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए केवल चालान काटना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि लोगों को यातायात नियमों का पालन करने के लिए मानसिक रूप से तैयार करना होगा। इसके लिए स्कूल-कॉलेजों में नियमित जागरूकता कार्यक्रम, हेलमेट और सीट बेल्ट की अनिवार्यता पर कड़ी कार्रवाई और सड़क पर निगरानी बढ़ाना जरूरी है। बैकुंठपुर के लोगों की मांग है कि शहर में लगातार बढ़ रही दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जिला प्रशासन और यातायात विभाग मिलकर ठोस रणनीति बनाए। अन्यथा ऐसी घटनाएं बार-बार होती रहेंगी और लोग इसकी कीमत अपनी जान देकर चुकाते रहेंगे।


यह हादसा एक गंभीर संदेश देता है कि तेज गति और बिना सुरक्षा उपकरण के वाहन चलाना न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि जीवन के लिए भी घातक साबित हो सकता है। इसलिए हर वाहन चालक को यातायात नियमों का पालन करना चाहिए और अपनी सुरक्षा के लिए हेलमेट अवश्य पहनना चाहिए।

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