कोरिया। महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने अपने कोरिया जिले के दौरे के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ वृद्धा आश्रम, नशा मुक्ति केंद्र, बाल आश्रम और अन्य सामाजिक संस्थाओं का निरीक्षण किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि शासन के नियमों के अनुसार अधिकांश संस्थाओं में कार्य संतोषजनक रूप से संचालित हो रहे हैं, हालांकि कुछ जगह सुधार की आवश्यकता है जिसके लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।
मंत्री राजवाड़े ने जानकारी दी कि वर्तमान में महतारी वंदन योजना के नियमों में बदलाव किया गया है और संभावना है कि इस योजना के तहत दी जाने वाली राशि को 1000 रुपये से अधिक बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस योजना के जरिए माताओं को आर्थिक सहयोग देकर उनके जीवनस्तर को बेहतर बनाने की दिशा में सरकार गंभीर प्रयास कर रही है।
इसके साथ ही मंत्री ने सरगुजा संभाग में संचालित हो रही संस्थाओं की समीक्षा पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि कुछ संस्थान बहुत ही सुंदर और अनुकरणीय तरीके से कार्य कर रहे हैं, जबकि कुछ संस्थाओं को और बेहतर कार्य करने के लिए दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति पर विशेष ध्यान आकर्षित करते हुए मंत्री राजवाड़े ने कहा कि प्रदेशभर में जो आंगनबाड़ी केंद्र जर्जर अवस्था में हैं, उनमें बच्चों को नहीं बैठाया जाएगा। वित्तीय स्वीकृति प्राप्त होने के बाद इन आंगनबाड़ी भवनों का पुनर्निर्माण कराया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बच्चों को स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है और इसके लिए सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को साफ-सुथरा बनाए रखने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं।
मंत्री ने कहा कि आंगनबाड़ी में आने वाले बच्चों को स्वच्छ और स्वस्थ माहौल में शिक्षा और पोषण मिलना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि बच्चों की उपस्थिति और पोषण आहार की गुणवत्ता पर विशेष निगरानी रखी जाए। अपने दौरे के दौरान मंत्री राजवाड़े ने स्थानीय लोगों से भी मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं और विश्वास दिलाया कि सरकार योजनाओं को जमीनी स्तर तक प्रभावी रूप से पहुंचाने के लिए कटिबद्ध है। इस प्रकार कोरिया दौरे के दौरान मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने विभागीय कार्यों की समीक्षा के साथ-साथ भविष्य की योजनाओं के क्रियान्वयन की दिशा में महत्वपूर्ण संकेत दिए।
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