कोरिया। ग्राम तलवापारा में नगर पालिका द्वारा बनाए गए गौठान का स्वरूप अब पूरी तरह बदल चुका है। जिस गौठान का उद्देश्य ग्रामीणों के लिए पशुधन को सुरक्षित रखना और पशुपालन को बढ़ावा देना था, वही आज पूरे शहर का कचरा डंपिंग जोन बनकर रह गया है। नगर पालिका के इस लापरवाह रवैये से न केवल आसपास का माहौल दूषित हो रहा है, बल्कि वहां रहने वाले लोगों का जीवन भी खतरे में पड़ गया है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि गौठान परिसर और आसपास के इलाके में नगर पालिका प्रतिदिन शहर का कचरा फेंक रही है। कचरे के ढेर से उठ रही तीव्र दुर्गंध के कारण वहां का वातावरण असहनीय हो गया है। लोग बताते हैं कि बदबू इतनी अधिक है कि आसपास खड़ा रहना भी मुश्किल हो जाता है। यही नहीं, मच्छरों और मक्खियों की संख्या में भी भारी इजाफा हो गया है, जिससे संक्रामक रोग फैलने का खतरा बढ़ गया है।
ट्रेनिंग में आए युवक-युवतियां भी हो रहे प्रभावित
गौठान के समीप ही नगर सेवा कार्यालय स्थित है, जहां हमेशा भीड़ बनी रहती है। वर्तमान में यहां कई युवक-युवतियां प्रशिक्षण ले रहे हैं और उन्हें अस्थायी रूप से यहीं रहना पड़ रहा है। दुर्गंध और अस्वस्थ वातावरण की वजह से ट्रेनिंग ले रहे लोग भी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक हाल ही में प्रशिक्षण में आई एक महिला की अचानक तबीयत बिगड़ गई थी, जिसे जिला अस्पताल में भर्ती कर उपचार कराया गया।
गेंद नदी पर मंडरा रहा संकट
तलवापारा गौठान में फेंके जा रहे कचरे से न केवल लोग परेशान हैं, बल्कि प्राकृतिक संसाधन भी प्रभावित हो रहे हैं। जीवनदायिनी गेंद नदी गौठान के पास से होकर गुजरती है। कचरे के लगातार डंप होने से नदी का जल स्रोत प्रदूषित हो रहा है और पानी का स्तर धीरे-धीरे घटता जा रहा है। जानकारों का कहना है कि यदि यही स्थिति बनी रही तो आने वाले वर्षों में बैकुण्ठपुर शहर को गंभीर जल संकट का सामना करना पड़ेगा।
जिला प्रशासन ने दी थी वैकल्पिक जगह की सहमति मामले में जिला प्रशासन ने भी नगर पालिका को दूसरी जगह कचरा डंप करने के निर्देश दिए थे। राजस्व विभाग ने बड़गांव क्षेत्र में नई जगह भी चयनित कर ली है। इसके बावजूद नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही के कारण अब तक कचरे का निस्तारण शुरू नहीं हो पाया है। दो महीने बीतने को हैं, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है।
लोगों में आक्रोश, प्रशासन पर सवाल
आसपास के लोगों का कहना है कि नगर पालिका प्रशासन केवल आश्वासन देकर पल्ला झाड़ रहा है। गौठान के वास्तविक उद्देश्य से भटककर उसे कचरा घर बना दिया गया है। इससे न केवल स्थानीय लोग परेशान हैं बल्कि आने वाले समय में यह पूरा शहर के लिए गंभीर समस्या का कारण बन सकता है।
कोरिया दर्पण की चेतावनी
गौरतलब है कि कोरिया दर्पण ने समय रहते इस समस्या पर चेतावनी दी है। यदि प्रशासन ने जल्द ठोस कदम नहीं उठाए तो भविष्य में बैकुण्ठपुर शहरवासियों को पानी और स्वास्थ्य संबंधी बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
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