कोरिया। जिला मुख्यालय के सबसे महत्वपूर्ण स्थानों में से एक कलेक्टर कार्यालय के सामने का क्षेत्र इन दिनों अंधेरे में डूबा हुआ है। सड़क पर रोशनी की व्यवस्था न होने के कारण आए दिन दुर्घटनाएं घटित हो रही हैं। हाल ही में घटित एक घटना ने प्रशासन की लापरवाही को साफ तौर पर उजागर कर दिया है।
जानकारी के अनुसार, मंगलवार देर रात कलेक्टर कार्यालय के सामने सड़क किनारे बैठे एक गौवंश को तेज रफ्तार ऑटो ने ठोकर मार दी। टक्कर लगने से गौवंश गंभीर रूप से घायल हो गया। मौके पर मौजूद स्थानीय नागरिकों ने तुरंत इसकी सूचना पशु चिकित्सा विभाग के डॉक्टर फूलचंद इक्का को दी। सूचना मिलते ही डॉक्टर इक्का मौके पर पहुंचे और प्राथमिक उपचार किया।
इसी दौरान गौ रक्षक अनिल खटीक भी घटनास्थल पर पहुंचे और अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर घायल गौवंश को फॉरेस्ट कॉलोनी स्थित सुरक्षित स्थल पर पहुंचाया गया। इस दौरान फॉरेस्ट कॉलोनी के विनय मिश्रा सहित अन्य स्टाफ ने भी उपचार और देखरेख में सहयोग दिया। फिलहाल गौवंश की हालत स्थिर बताई जा रही है। स्थानीय लोगों ने बताया कि कलेक्टर कार्यालय जैसे महत्वपूर्ण स्थान पर ही यदि रोशनी की समुचित व्यवस्था नहीं है, तो बाकी शहर में कैसी स्थिति होगी, इसका आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है। लगातार हो रहे हादसों के बावजूद न तो नगर पालिका प्रशासन और न ही संबंधित विभाग ने यहां रोशनी की व्यवस्था करने की दिशा में कोई ठोस कदम उठाया है। लोगों का कहना है कि जिला कलेक्टर और जनपद पंचायत सीईओ द्वारा कई बार निर्देश दिए जाने के बाद भी ग्राम पंचायत सचिव और संबंधित विभागीय अधिकारी आदेशों की अनदेखी कर रहे हैं। इसका नतीजा यह है कि आमजन और मवेशी दोनों ही असुरक्षित माहौल में जीने को मजबूर हैं। स्थानीय नागरिकों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द कलेक्टर कार्यालय के सामने एवं शहर के अन्य अंधेरे क्षेत्रों में स्ट्रीट लाइटें लगाई जाएं, ताकि दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके। साथ ही, जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई करने की भी मांग की जा रही है। लगातार हो रही घटनाओं से यह साफ हो गया है कि प्रशासनिक लापरवाही न केवल आम जनता की सुरक्षा से खिलवाड़ कर रही है बल्कि मूक पशुओं की जान पर भी भारी पड़ रही है। यदि समय रहते कदम नहीं उठाए गए तो आने वाले दिनों में और गंभीर हादसे होने से इंकार नहीं किया जा सकता।
0 टिप्पणियाँ