अंबिकापुर। सरगुजा पुलिस ने अवैध जुआ-सट्टा के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत उदयपुर थाना क्षेत्र में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। पुलिस ने ग्राम सलका में सार्वजनिक स्थान पर जुआ खेलते पांच लोगों को रंगे हाथों पकड़ने में सफलता हासिल की। आरोपियों के पास से नकद रकम, ताश के पत्ते और अन्य सामग्री जब्त की गई है।
घटना 19 सितंबर 2025 की है। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि ग्राम सलका में कुछ लोग खुलेआम जुआ खेल रहे हैं। इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए थाना प्रभारी शिशिरकांत सिंह के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई। टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मौके पर दबिश दी और पांच लोगों को जुआ खेलते रंगे हाथ धर दबोचा। गिरफ्तार आरोपियों में राजलाल मानिकपुरी, सत्येंद्र, वीर सिंह, कमल और बाबूलाल शामिल हैं, जो सभी सलका गांव के निवासी बताए जा रहे हैं। पुलिस ने छापेमारी के दौरान आरोपियों के कब्जे से 2200 रुपये नकद, 52 ताश के पत्ते और एक टॉर्च जब्त की। मौके से बरामद सामग्री और नकदी को जब्ती पंचनामा के तहत सुरक्षित किया गया। पुलिस ने बताया कि इस मामले में छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध अधिनियम की धारा 3(2) के तहत अपराध क्रमांक 146/25 दर्ज कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। कार्रवाई में थाना प्रभारी के साथ प्रधान आरक्षक विजय राज सिंह, कृष्णपाल सिंह, आरक्षक हेमंत लकड़ा, सूरजबली सिंह, जगजीवन बेक, सैनिक नंदलाल साहू और नीरज साहू शामिल रहे। पूरी टीम ने त्वरित और सटीक कार्रवाई कर अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने का महत्वपूर्ण कदम उठाया। थाना प्रभारी शिशिरकांत सिंह ने बताया कि जुआ-सट्टा जैसी अवैध गतिविधियां समाज में अपराध और अव्यवस्था को जन्म देती हैं। पुलिस का प्रयास है कि क्षेत्र में ऐसी गतिविधियों पर पूरी तरह अंकुश लगाया जाए। इसी उद्देश्य से लगातार निगरानी रखी जा रही है और समय-समय पर छापेमारी की जा रही है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अवैध जुआ, सट्टा और अन्य आपराधिक गतिविधियों में लिप्त लोगों के खिलाफ पुलिस का सख्त रुख आगे भी जारी रहेगा। सरगुजा पुलिस की इस कार्रवाई से स्थानीय लोगों में सकारात्मक संदेश गया है। ग्रामीणों का कहना है कि खुलेआम जुआ खेलने से न केवल सामाजिक माहौल बिगड़ता है बल्कि युवा वर्ग भी गलत दिशा में भटकने लगता है। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से लोगों में भरोसा जगा है कि कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। इस तरह उदयपुर पुलिस की ताबड़तोड़ छापेमारी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि अवैध जुआ-सट्टा करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
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