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बैकुण्ठपुर में रंगमंच का उत्सव: 27 सितंबर को होगा "सितारों का मेला"

 


कोरिया। बैकुण्ठपुर का सांस्कृतिक परिदृश्य 27 सितंबर की शाम एक ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनेगा। रामानुज हाई स्कूल प्रांगण में नाट्यकिरण मंच द्वारा "सितारों का मेला" कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। शाम 6 बजे से शुरू होने वाले इस भव्य आयोजन का मुख्य आकर्षण सुप्रसिद्ध नाटककार देव फौजदार द्वारा रचित नाटक "देशधर्म रक्षक वीर गोकुला" का मंचन होगा।

किसान वीर गोकुला की अमर गाथा

यह नाटक भारतभूमि के उस अमर सपूत किसान वीर गोकुला की शौर्यगाथा पर आधारित है, जिन्होंने अत्याचार और अन्याय के विरुद्ध संघर्ष करते हुए प्राणों की आहुति दे दी। देश, धर्म और समाज की रक्षा करने वाले गोकुला का बलिदान आज भी इतिहास के पन्नों में स्वर्णाक्षरों में अंकित है। नाटक उनके अदम्य साहस और संघर्ष को दर्शकों के समक्ष जीवंत करेगा, जो नई पीढ़ी को देशभक्ति और त्याग की प्रेरणा देगा।

नगर में उत्साह का माहौल

इस नाट्य मंचन की खबर से नगरवासियों में खासा उत्साह है। कला, साहित्य और रंगमंच से जुड़े लोगों का मानना है कि ऐसे आयोजन बैकुंठपुर की सांस्कृतिक धरोहर को नई ऊँचाई प्रदान करते हैं। नाट्यकिरण मंच के कलाकार कई दिनों से अभ्यास कर रहे हैं ताकि दर्शकों को प्रभावशाली प्रस्तुति दी जा सके।

आयोजकों की अपील

आयोजकों ने नागरिकों, विद्यार्थियों और सांस्कृतिक प्रेमियों से अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने की अपील की है। उनका कहना है कि यह नाटक केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि समाज में त्याग, बलिदान और एकता का संदेश भी देगा।

स्थानीय रंगमंच को नई पहचान

विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार की प्रस्तुतियाँ स्थानीय रंगमंच को नई पहचान दिलाती हैं और आने वाली पीढ़ियों को अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ने का अवसर प्रदान करती हैं। "देशधर्म रक्षक वीर गोकुला" का मंचन नगर में देशभक्ति की भावना को और प्रखर करेगा।

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