कोरिया। कोरिया पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए मात्र 24 घंटे के भीतर चोरी की वारदात का पर्दाफाश कर लिया है। पुलिस ने इस मामले में दो विधि विरुद्ध बालकों को पकड़कर उनके कब्जे से चोरी गया सामान बरामद किया है। त्वरित कार्रवाई ने जहां अपराधियों के हौसले पस्त किए हैं, वहीं आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास और मजबूत हुआ है।
जानकारी के अनुसार, प्रार्थी सुमित कुमार चखियार, निवासी स्टाफ कॉलोनी चरचा, जो ईस्ट कटगोडी ब्लॉक में माइनिंग सरदार के पद पर कार्यरत हैं, ने थाना चरचा में चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि 01 अगस्त को वह निजी कार्य से अपने पैतृक निवास अम्बिकापुर गए थे। इस दौरान उन्होंने क्वार्टर को ताला बंद कर चाबी अपने पास रखी और दूसरी चाबी देखरेख के लिए नौकरानी ममता सारथी को दी थी।
02 अगस्त की शाम नौकरानी ने उन्हें फोन पर सूचना दी कि घर का ताला टूटा हुआ है। तत्काल पहुंचकर जांच करने पर सामने का जाली कटा हुआ, दरवाजे का ताला टूटा हुआ और आलमारी का लॉक तोड़ने का प्रयास पाया गया। घर से ड्राईफ्रूट, मिक्सचर, दो बैग (लाल एवं काले रंग के), तीन लैपटॉप (डेल, एलजी और एसर कंपनी के), चार मोबाइल (सैमसंग व तीन नोकिया कंपनी के), चांदी की मूर्ति, चांदी का सिक्का, गहने और अन्य सामग्री कुल मिलाकर लगभग ₹1,24,000/- मूल्य की चोरी होना पाया गया। इस पर थाना चरचा में अपराध क्रमांक 163/2025 धारा 331(4), 305(ए) बीएनएस दर्ज कर विवेचना शुरू की गई।
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक रवि कुमार कुर्रे के निर्देशन में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज पटेल एवं अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) राजेश साहू के मार्गदर्शन में विशेष टीम गठित की गई। जांच के दौरान संदेह के आधार पर घुटरी दफाई चरचा निवासी 16 वर्षीय एक अपचारी बालक को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ में उसने अपने ही साथी (आयु 16 वर्ष) के साथ चोरी की वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकार की।
दोनों की निशानदेही पर पुलिस ने चोरी गए तीनों लैपटॉप, चार मोबाइल, गले का हार और दोनों बैग बरामद कर लिए। पूछताछ के दौरान दोनों बालकों ने विस्तार से अपना अपराध स्वीकार कर लिया, जिसके बाद उन्हें विधि विरुद्ध बालक मानते हुए गिरफ्तार किया गया।
इस सराहनीय कार्यवाही में थाना प्रभारी प्रमोद पांडे, उप निरीक्षक अनिल सोनवानी, सहायक उप निरीक्षक बालकृष्ण राजवाडे, प्रधान आरक्षक बृजेश सिंह और पुलिस सैनिक सतीश सिंह, राजेश टांडे एवं विकास सिंह का विशेष योगदान रहा।
कोरिया पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई ने साबित कर दिया है कि जिले में अपराधी चाहे कितने भी संगठित और चालाक क्यों न हों, उन्हें किसी भी स्थिति में बख्शा नहीं जाएगा।
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