अम्बिकापुर।छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित महादेव सट्टा एप मामले में आरक्षक प्रवीण सिंह की कथित संलिप्तता ने सियासत को फिर से गरमा दिया है। वायरल वीडियो में प्रवीण सिंह पर सट्टा कारोबार चलाने और पुलिस का रौब दिखाकर वसूली करने के गंभीर आरोप लगे हैं, लेकिन 10 दिन बीतने के बावजूद कार्रवाई न होने से सवाल उठ रहे हैं।छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा ने अम्बिकापुर पहुंचकर बड़ा बयान दिया, "विष्णु का सुशासन है, गलत करने वालों के खिलाफ विष्णु का चक्र चलेगा।" उनके इस बयान ने उम्मीद जगाई है, लेकिन कार्रवाई में देरी से भाजपा के भीतर ही असंतोष उभर रहा है। भाजपा के पदाधिकारी निशांत सिंह ने सरगुजा रेंज के आईजी को शिकायत सौंपकर प्रवीण सिंह पर सट्टा संचालन, वसूली, और प्रतिष्ठित लोगों को धमकाने का आरोप लगाया है। शिकायत में खुलासा हुआ है कि प्रवीण सिंह ने सट्टे की अवैध कमाई को वैध दिखाने के लिए सरगवा में बंद पड़े स्व. लाल बाबू सिंह के पेट्रोल पंप को संचालित किया, जहां क्यूआर कोड भी उनके नाम पर था। वहीं दूसरी तरफ अब गृहमंत्री के 'विष्णु का चक्र' वाले बयान के बाद अब सबकी नजर इस पर टिकी है कि क्या प्रवीण सिंह पर कार्रवाई होगी और कब तक...? महादेव सट्टा एप का यह मामला न केवल पुलिस की साख को चुनौती दे रहा है, बल्कि छत्तीसगढ़ की सियासत में भी भूचाल ला रहा है।
भूपेश बघेल का तंज, 'किसका संरक्षण...?'
मामले पर बीते दिनों पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने X पर तंज कसते हुए लिखा, "महादेव सट्टा जारी है..? क्यों जारी है..? किसका संरक्षण है- विष्णु साय का या अमित शाह का?" उनके इस ट्वीट ने सियासी हलचल तेज कर दी, लेकिन प्रवीण सिंह की कथित ऊंची पहुंच के चलते अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
जहर खुराकी का नाटक, सबूत मिटाने की कोशिश..?
आरोप है कि कार्रवाई से बचने के लिए प्रवीण सिंह ने जहर खाने का नाटक किया और वर्तमान में रायपुर के अस्पताल में भर्ती हैं। दावा किया जा रहा है कि वे सबूत मिटाने की कोशिश में जुटे हैं।
पुलिस की चुप्पी, जांच पर सवाल
सत्यम केसरी के वायरल वीडियो में प्रवीण सिंह पर सट्टा एप से 48 लाख रुपये मुनाफा कमाने का आरोप लगा था। पुलिस ने जांच के लिए विशेष टीम गठित की है, लेकिन कार्रवाई में देरी ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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