कोरिया। फुलपुर में बन रहे रिटर्निंग वॉल पर कोरिया दर्पण की प्रमुखता से चलाई गई खबर का असर देखने को मिला है। मामले में कलेक्टर कोरिया ने तत्काल संज्ञान लेते हुए जांच टीम भेजी। जांच में निर्माण कार्य में खामियां सामने आईं, जिसके बाद सुधार कार्य शुरू करवा दिया गया है।
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अब नए निर्माण में जाली और 10 एमएम के रॉड का इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि जो हिस्सा पहले बन चुका है, उसमें हुए भ्रष्टाचार का क्या? जहां तक निर्माण हो चुका है, वहां की भी जांच और कार्यवाही जरूरी है, ताकि प्रशासन के नियमों का पालन हो और जनता के पैसे का दुरुपयोग न हो।
कोरिया दर्पण की खबर से एक बार फिर साबित हुआ है कि सही मुद्दे पर आवाज उठाने से बदलाव संभव है, लेकिन जनता अब यह भी देखना चाहती है कि पुराने निर्माण में हुई गड़बड़ियों पर क्या कार्रवाई होती है।
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