बैकुंठपुर। कोरिया जिले के कलेक्टर परिसर में हालात इतने बदतर हो गए हैं कि यहां की पार्किंग अब तालाब में तब्दील हो चुकी है। बरसात का पानी और खराब जल निकासी व्यवस्था के कारण परिसर में बड़े-बड़े पानी के गड्ढे बन गए हैं। नतीजा यह कि गाड़ी पार्क करना और निकालना दोनों ही मुश्किल हो गया है। सरकारी दफ्तरों की लापरवाही का यह एक बड़ा उदाहरण है।
स्थानीय लोग कहते हैं कि यह सिर्फ एक पार्किंग की समस्या नहीं, बल्कि सरकारी सिस्टम की तस्वीर है। जब जिले के सबसे महत्वपूर्ण दफ्तर — कलेक्टर ऑफिस — की यह हालत है, तो बाकी सरकारी दफ्तरों और ग्रामीण इलाकों की स्थिति का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।
अफसरों के लिए यह नजारा रोजमर्रा की बात है, लेकिन शायद उनकी गाड़ियों के शीशे इतने काले होते हैं कि बाहर के हालात उन्हें दिखाई ही नहीं देते। ऐसे में सवाल उठता है कि आम जनता की समस्याओं को वे कैसे देखेंगे, जब अपने दफ्तर के बाहर की तकलीफ भी नजरअंदाज हो रही है।
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