चिरमिरी। चिरमिरी इन दिनों पीलिया का हॉटस्पॉट बन चुका है। बीते 16 दिनों में पीलिया के 204 से अधिक मरीज सामने आ चुके हैं, जिनमें अब तक 21 से अधिक मरीज अस्पताल में भर्ती हैं और अधिकांश बच्चे हैं। वार्डों में कैंप लगाकर पीड़ितों का उपचार किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि 163 लोग अभी भी इलाजरत हैं। अब तक 7,725 लोगों की स्कैनिंग की जा चुकी है।
पीलिया से अब तक कार्तिक (21 वर्ष) और गोपी पढ़वार (30 वर्ष) — दोनों निवासी छोटी बाजार क्षेत्र — की मौत हो चुकी है। मामले में एक और चौंकाने वाली घटना सामने आई, जिसमें एक मरीज के परिजन अस्पताल से लिखकर गए कि वे इलाज कहीं और कराएंगे। दो-तीन दिन बाद जब मरीज की हालत बिगड़ी, तो उसे अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
कारण और सावधानियां
स्वास्थ्य विभाग ने प्राथमिक कारण दूषित पानी को माना है। पीलिया (जॉन्डिस) मुख्य रूप से हेपेटाइटिस वायरस से होता है, जो दूषित पानी, संक्रमित भोजन या गंदगी के कारण शरीर में प्रवेश करता है। इससे लीवर पर असर पड़ता है और मरीज की आंखों व त्वचा का रंग पीला पड़ने लगता है। लक्षणों में थकान, बुखार, भूख कम लगना, उल्टी, और पेट में दर्द शामिल हैं।
विभाग ने लोगों से अपील की है कि पानी को उबालकर पिएं, ताजा और गर्म भोजन का सेवन करें, खुले में रखे खाद्य पदार्थों से बचें, और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।
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