सूरजपुर। जिले में इंसान और हाथी के बीच बढ़ते संघर्ष ने एक बार फिर एक ग्रामीण की जिंदगी छीन ली। बीती रात घुई वन परिक्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत धूमाडाड़ के निवासी एवं पूर्व वन विभाग चौकीदार बलदेव सिंह पर जंगल से आए हाथी ने हमला कर दिया। घटना में बलदेव की दर्दनाक मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार, बलदेव अपने अस्थाई आवास में मवेशियों के साथ सो रहे थे, तभी अचानक हाथी ने आवास पर धावा बोल दिया। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, हाथी ने बलदेव को कुचल दिया। मौके पर ही उनकी मौत हो गई। घटना से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची और जांच शुरू की। बलदेव की मौत ने न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे समुदाय को गहरे सदमे में डाल दिया है। इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा किया है कि आखिर कब तक इंसान और हाथी के बीच यह खूनी संघर्ष जारी रहेगा? क्या वन विभाग और प्रशासन इस दिशा में कोई स्थायी समाधान निकाल पाएगा, या मौत का सिलसिला यूं ही चलता रहेगा?
ग्रामीणों का आक्रोश – “हमारी आवाज कौन सुनेगा?”
ग्रामीणों ने बताया कि जंगल से सटे इलाकों में हाथियों का आतंक लगातार बढ़ रहा है। धूमाडाड़ सहित आसपास के गांवों के लोगों का कहना है कि हाथी अक्सर खेतों को नष्ट कर देते हैं और अब जानलेवा हमले भी करने लगे हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से तत्काल ठोस कदम उठाने की मांग की है।
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