मनेन्द्रगढ। मनेन्द्रगढ में बन रहे टाटा शोरूम के ऊपर से गुजर रहे हाई टेंशन बिजली तार ने एक बार फिर बड़ा हादसा कर दिया। मंगलवार को निर्माण कार्य के दौरान एक मजदूर करंट की चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस गया। घायल मजदूर को तत्काल जिला चिकित्सालय बैकुंठपुर में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज जारी है।
गौरतलब है कि यह कोई पहला हादसा नहीं है। इससे पहले भी इसी स्थान पर हाई टेंशन तार की वजह से दो लोगों की मौत हो चुकी है। इसके बावजूद प्रशासन और बिजली विभाग की लापरवाही जस की तस बनी हुई है।
जानकारी के अनुसार, निर्माणाधीन भवन के ठीक ऊपर से 11 हजार वोल्ट का हाई टेंशन तार गुजर रहा है। नियमों के मुताबिक, किसी भी भवन का निर्माण या डायवर्सन कार्य शुरू करने से पहले बिजली विभाग की अनुमति और सुरक्षा मानकों का पालन जरूरी होता है, ताकि ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सके। परंतु इस मामले में न तो तार को डायवर्ट किया गया, न ही सुरक्षा इंतजाम किए गए।
स्थानीय लोगों का कहना है कि स्वास्थ्य मंत्री का यह क्षेत्र होने के बावजूद बिजली विभाग और प्रशासन ने गंभीर लापरवाही बरती है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या किसी बड़े हादसे के इंतजार में जिम्मेदार विभाग आंख मूंदे बैठे हैं?
सूत्रों के अनुसार, जिस स्थान पर यह हादसा हुआ, वहीं टाटा शोरूम का निर्माण कार्य जारी है और हाई टेंशन तार अब भी यथावत खतरनाक तरीके से भवन के ऊपर से गुजर रहा है।
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