कोरिया। बैकुण्ठपुर शहर में ट्रैफिक नियमों की खुलेआम धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं। हाल ही में एक स्कूटी में छह बच्चों को सवार करते हुए पकड़ा गया, जिसके चलते 9,000 रुपये का चालान काटा गया। यह न केवल नियमों का उल्लंघन है बल्कि एक गंभीर सड़क सुरक्षा खतरा भी है। हालांकि चालान की यह कार्यवाही एक सकारात्मक कदम मानी जा सकती है, मगर शहर में नाबालिग राइडरों की संख्या दिन-ब-दिन तेजी से बढ़ रही है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि जब ऐसे मामलों में कार्यवाही की जाती है तो प्रभावशाली परिवारों के लोग, नेताओं और अधिकारियों के फोन कॉल आ जाते हैं, जिससे संबंधित विभाग को मजबूरी में कार्यवाही से पीछे हटना पड़ता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि ट्रैफिक और परिवहन विभाग लगातार ऐसे मामलों में निर्भीक और निष्पक्ष कार्यवाही करे, तो नाबालिगों की गैरकानूनी वाहन चालन में कमी आ सकती है।
मांग उठ रही है कि –
सभी स्कूल और ट्यूशन क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाई जाए।
सीसीटीवी कैमरों और चेकिंग अभियान को तेज किया जाए।
बिना लाइसेंस व ओवरलोडिंग पर सख्ती से चालान काटा जाए।
साथ ही, ऐसे मामलों में किसी भी सिफारिश को नजरअंदाज करते हुए कानून के अनुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। जनहित में आवश्यक है कि नियम सबके लिए बराबर हों, चाहे कोई आम नागरिक हो या प्रभावशाली व्यक्ति।
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