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ग्राम पंचायत तलवापारा की बैठक में हंगामा: शासकीय दस्तावेज फाड़ने का गंभीर मामला आया सामने

ग्राम पंचायत तलवापारा की मासिक बैठक में बड़ा बवाल: शासकीय दस्तावेज फाड़ने का मामला आया सामने


कोरिया। ग्राम पंचायत तलवापारा में 30 जुलाई को आयोजित मासिक बैठक के दौरान एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। पंचायत भवन में चल रही बैठक के दौरान आंगनबाड़ी भवन के अहाता निर्माण, मरम्मत कार्य और चेकर्स टाइल्स कार्य से जुड़े दस्तावेज को लेकर विवाद खड़ा हो गया। बैठक में सरपंच देवीदयाल, ग्राम सचिव बृजेश साहू, पंच महेन्द्र पनिका, ग्रामवासी रामनन्दे साहू सहित कई ग्रामीण मौजूद थे। इसी दौरान सरपंच द्वारा आंगनबाड़ी निर्माण कार्य से संबंधित शेष भुगतान और खर्च का विवरण मांगा गया। जानकारी देने की बजाय संबंधित व्यक्ति ने गुस्से में आकर शासकीय दस्तावेज को फाड़ दिया, जिससे उपस्थित सभी लोग स्तब्ध रह गए। यह वही आंगनबाड़ी भवन है जो ग्राम पंचायत कार्यालय के ठीक बगल में स्थित है, जहां हाल ही में निर्माण, मरम्मत और टाइल्स बिछाने का कार्य कराया गया था। अधिकांश भुगतान पहले ही किया जा चुका था, लेकिन कुछ शेष राशि का हिसाब अभी बाकी है, जिसे लेकर सरपंच द्वारा जवाबदेही मांगी जा रही थी।

समितियों का हुआ गठन, लेकिन पारदर्शिता पर सवाल



इसी बैठक में पंचायत के विभिन्न विभागों के लिए समितियों का गठन भी किया गया। प्राप्त दस्तावेज के अनुसार, प्रशासनिक समिति, निर्माण विकास समिति, शिक्षा स्वास्थ्य समिति, कृषि तथा वानिकी समिति और ग्राम गोवर्धन समिति का गठन किया गया।

लेकिन जिस प्रकार शासकीय दस्तावेज की सरेआम अवमानना की गई, उसने पंचायत व्यवस्था की पारदर्शिता और जवाबदेही पर बड़ा प्रश्नचिन्ह लगा दिया है।

प्रमुख सवाल जो उठ रहे हैं:

क्या शासकीय दस्तावेजों के साथ इस प्रकार का व्यवहार प्रशासनिक अपराध नहीं है?

जब सचिव की मौजूदगी में ऐसी घटना हो सकती है, तो पंचायत की अन्य गतिविधियाँ कितनी पारदर्शी होंगी?

पंचायत कार्यालय पहले भी महीने में एक बार ही खुलने को लेकर चर्चा में रहा है, अब तक सुधार क्यों नहीं?

स्थानीय प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग


ग्रामीणों ने इस मामले में उचित जांच और दोषी पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि अगर इसी तरह शासकीय दस्तावेज फाड़े जाएंगे, तो जवाबदेही और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की गरिमा समाप्त हो जाएगी। कोरिया दर्पण इस गंभीर विषय पर प्रशासन से त्वरित संज्ञान लेकर कार्रवाई की अपेक्षा करता है।

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