पूर्व अधिकारी पर भ्रष्टाचार और नियमविरोधी कृत्य के आरोप
कोरिया। शासकीय रामानुज प्रताप सिंहदेव स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बैकुंठपुर एक बार फिर विवादों के घेरे में आ गया है। कॉलेज के पूर्व अधिकारी कॉलेज से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेजों को नष्ट करने के मामले में घिरते नजर आ रहे हैं।
नियमों को दरकिनार कर दस्तावेज जलाने का आरोप
सूत्रों की मानें तो किसी भी सेवानिवृत्त कर्मचारी को शासकीय दस्तावेजों को नष्ट करने का अधिकार नहीं होता है। दस्तावेजों को नष्ट करने की एक विधिवत प्रक्रिया होती है, जिसके तहत शासन की अनुमति, समिति की संस्तुति और रिकॉर्ड बनाए जाते हैं। ऐसे में श्री गुप्ता द्वारा बिना किसी वैधानिक प्रक्रिया के दस्तावेजों को जलाया जाना, गंभीर सवाल खड़े करता है। सुत्रों की मानें तो पूर्व अधिकारी पर पहले से ही भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। उनके कार्यकाल में नागपुर कॉलेज, बचरापोड़ी कॉलेज और बैकुंठपुर कॉलेज में फर्नीचर, खेल सामग्री, लैब उपकरण और पुस्तकों की खरीदी में भारी अनियमितताओं की शिकायतें सामने आई हैं। इन मामलों में विभागीय जांच की मांग लगातार की जा रही है।
मामले ने पकड़ा तूल, जांच की मांग
कॉलेज परिसर में दस्तावेज जलाने की घटना के बाद शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन से मामले की स्वतंत्र जांच की मांग उठने लगी है। छात्रों और कर्मचारियों के बीच इस घटना को लेकर आक्रोश व्याप्त है।
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