कोरिया। जिले की सड़कों, चौक-चौराहों और सार्वजनिक स्थलों पर घूमते आवारा मवेशियों को हटाने के लिए प्रशासन ने सख्त मुहिम शुरू कर दी है। कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी के निर्देश पर संबंधित विभागों की टीमें दिन-रात अभियान चला रही हैं। इस अभियान का उद्देश्य सड़कों पर दुर्घटनाओं की संभावनाओं को रोकना और जन-धन की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। कलेक्टर ने यह कार्यवाही उच्च न्यायालय बिलासपुर के आदेश और मुख्य सचिव की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के निर्देशों के अनुपालन में शुरू कराई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि घुमंतू मवेशियों को लेकर विभागों द्वारा अपेक्षित गंभीरता नहीं बरती गई, जिससे सड़क दुर्घटनाओं की घटनाएं बढ़ी हैं।
सभी विभागों को जारी किए सख्त निर्देश
कलेक्टर ने जिले के सभी सड़कों से मवेशियों को प्रत्येक दिन हटाने, नगर पालिका और जनपद पंचायत क्षेत्रों में मुनादी कराने और पशुपालन विभाग द्वारा एमयूव्ही वाहन से माइकिंग कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, मवेशियों के लिए रेडियम बेल्ट जैसे सुरक्षात्मक उपाय अपनाने को भी कहा गया है।
पेट्रोलिंग और जवाबदेही की व्यवस्था
लोक निर्माण विभाग एवं राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग को नियमित पेट्रोलिंग करने को कहा गया है। यदि सड़क पर मवेशियों की उपस्थिति के कारण कोई दुर्घटना या मवेशी की मृत्यु होती है, तो संबंधित अधिकारी की जवाबदेही तय की जाएगी।
पशुपालकों को चेतावनी
कलेक्टर ने यह भी स्पष्ट किया कि लापरवाही बरतने वाले पशुपालकों पर पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कानूनी कार्यवाही की जाएगी। गांवों में कोटवारों के माध्यम से मुनादी कराई जा रही है, जिसमें लोगों से अपने मवेशियों को सड़कों पर नहीं छोड़ने की अपील की जा रही है।
राष्ट्रीय और राज्य मार्गों पर विशेष ध्यान
अधिकारियों द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग और राज्य मार्गों से मवेशियों को हटाने के लिए विशेष मुहिम चलाई जा रही है। साथ ही, पशुपालकों से अनुरोध किया जा रहा है कि वे अपने मवेशियों को घरों या गौठानों में सुरक्षित रूप से बांध कर रखें।
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