अम्बिकापुर। सरगुजा पैलेस में हुई पीतल की मूर्ति चोरी के मामले में कोतवाली पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 15 किलो वजन की, 35 हजार रुपये कीमत की चोरी गई हाथी की मूर्ति बरामद की है। आरोपियों ने मूर्ति को काटकर कबाड़ी को बेच दिया था, जिसके बाद नशीले इंजेक्शन खरीदने के लिए पैसों का इस्तेमाल किया गया। उक्ताशय पर प्राप्त जानकारी अनुसार, प्रार्थी राज सोनी ने 4 अगस्त 2025 को कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि 3 अगस्त की रात अज्ञात चोर ने सरगुजा पैलेस के पोर्च से पीतल की हाथी की मूर्ति चुरा ली। मामले में अपराध दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की। मुखबिर की सूचना पर दो संदिग्ध मो. शरिफउल्ला खान और मो. राजूल अंसारी को खैरबार रोड नहर किनारे से पकड़ा गया। पूछताछ में दोनों ने चोरी की वारदात कबूल की।आरोपी शरिफउल्ला ने बताया कि नशीले इंजेक्शन के लिए पैसे की जरूरत थी, इसलिए उसने पैलेस के पोर्च से मूर्ति चुराई और अपने साथी साकिर हुसैन की बिरयानी दुकान में छिपाई। बाद में राजूल अंसारी के साथ मिलकर मूर्ति को काटकर कबाड़ी इमरान मलिक को 7200 रुपये में बेच दिया। इस पैसे से दोनों ने झारखंड के डाल्टनगंज से 220 नशीले इंजेक्शन खरीदे, जिनमें से कुछ का उपयोग और बिक्री कर चुके थे। पुलिस ने शेष 200 इंजेक्शन भी बरामद किए।आरोपियों की निशानदेही पर इमरान मलिक और साकिर हुसैन को भी गिरफ्तार किया गया। सभी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उन्हें न्यायालय में पेश किया। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी मनीष सिंह परिहार के नेतृत्व में उप निरीक्षक सम्पत पोटाई, प्रधान आरक्षक अजय पाण्डेय सहित अन्य पुलिसकर्मियों की अहम भूमिका रही।
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