कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा ज़िले में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक और बड़ी कार्रवाई सामने आई है। एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) की टीम ने एक शिक्षक को ट्रांसफर रुकवाने के नाम पर दो लाख रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्राथमिक शाला केसला में पदस्थ प्रधान पाठक रामायण पटेल ने ACB को शिकायत दी थी कि उनकी पत्नी, जो एक शिक्षिका हैं, का ट्रांसफर एक दूरस्थ विद्यालय में किया जा रहा है। इसी मुद्दे को लेकर माध्यमिक शाला बेला में पदस्थ शिक्षक विनोद कुमार सांडे ने रामायण पटेल से संपर्क कर खुद को जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) और ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (BEO) से जुड़ा हुआ बताते हुए ट्रांसफर रुकवाने की बात कही। आरोप है कि विनोद सांडे ने ट्रांसफर रुकवाने के बदले दो लाख रुपये की रिश्वत की मांग की। शिकायत की पुष्टि के बाद एसीबी ने जाल बिछाया और आरोपी शिक्षक को रिश्वत की रकम लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए शिक्षक विनोद सांडे के पास से रिश्वत की पूरी रकम बरामद की गई है। एसीबी ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज कर कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी है। जल्द ही आरोपी को न्यायालय में पेश किया जाएगा। ACB की इस कार्रवाई से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है और यह एक बार फिर साबित करता है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख अपनाया जा रहा है।
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