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चार गोल्ड सहित छह पदक जीत चुकीं प्रतिभाशाली छात्रा संध्या साहू ने सोमवार को आत्महत्या कर ली


राजिम/छुरा। राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर भारोत्तोलन (वेटलिफ्टिंग) में चार गोल्ड सहित छह पदक जीत चुकीं प्रतिभाशाली छात्रा संध्या साहू ने सोमवार को आत्महत्या कर ली। इस घटना से छुरा नगर, खेल और शैक्षणिक जगत में शोक और स्तब्धता की लहर दौड़ गई है। संध्या को लोग 'छुरा की गोल्डन गर्ल' के नाम से जानते थे। घटना छुरा नगर के आवासपारा इलाके की है, जहां संध्या का शव उसके घर के किचन में साड़ी के फंदे से लटका हुआ मिला। वह कचना धुरवा महाविद्यालय में ग्रेजुएशन की छात्रा थी। पुलिस को अभी आत्महत्या के कारणों की स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है और मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है। मां के सामने मिला बेटी का शव प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, घटना के समय संध्या की मां नहाने गई हुई थीं। लौटने पर उन्होंने संध्या को फंदे से लटका देखा और शोर मचाया। पड़ोसी मौके पर पहुंचे और उसे फंदे से उतारकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छुरा ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने संध्या को मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू की गई है। आत्महत्या के कारणों की पुष्टि के लिए फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया, जिसने घटनास्थल से कुछ महत्वपूर्ण साक्ष्य जब्त किए हैं। पुलिस का कहना है कि संध्या किसी मानसिक तनाव में थी या नहीं, यह जांच के बाद स्पष्ट होगा। एक होनहार खिलाड़ी, छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया स्थानीय लोगों के अनुसार, संध्या एक प्रतिभावान खिलाड़ी थी। उसने भुवनेश्वर, रायपुर, बालोद, गरियाबंद, कोलकाता और बीकानेर जैसे आयोजनों में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व किया था। उसकी उपलब्धियों ने उसे कम उम्र में ही विशेष पहचान दिलाई थी। वह न केवल खेल में बल्कि पढ़ाई में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही थी। संध्या के पिता स्कूल बस चालक हैं और परिवार सामान्य आर्थिक स्थिति वाला है। इस अचानक हुई दुखद घटना से परिजन सदमे में हैं। क्षेत्रवासियों, शिक्षकों, खेल प्रशिक्षकों और सहपाठियों में गहरा शोक व्याप्त है। सबके मन में एक ही सवाल है कि इतनी होनहार छात्रा ने यह कदम क्यों उठाया? संध्या की आत्महत्या एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती है कि प्रतिभा के साथ मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक सहयोग भी उतना ही जरूरी है। ऐसी घटनाएं समाज और तंत्र दोनों के लिए चिंतन का विषय बननी चाहिए।

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