कोरिया। ग्राम पंचायत कसरा में विकास कार्यों के नाम पर भारी अनियमितता और राशि के दुरुपयोग के गंभीर आरोप सामने आए हैं। पंचायत में हाल ही में स्वीकृत सोमापारा सड़क निर्माण कार्य के लिए लगभग ₹10,00,000 की राशि स्वीकृत की गई थी, जिसमें से 40% यानी लगभग ₹4,00,000 जून माह में आहरित (निकाली) कर ली गई, किंतु मौके पर कोई कार्य नहीं किया गया। इसी प्रकार थिहाईपारा सड़क निर्माण कार्य हेतु ₹6,00,000 की स्वीकृति मिली थी, जिसमें से ₹2,40,000 की राशि पहले ही निकाल ली गई, जबकि कार्य धरातल पर दिखाई नहीं दे रहा। इसके अतिरिक्त समुदायिक भवन निर्माण कार्य के लिए ₹8,00,000 की स्वीकृति के अंतर्गत लगभग ₹3,20,000 (40%) की राशि आहरित की जा चुकी है, किंतु आज तक कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया है कि 15वें वित्त आयोग की मद से प्राप्त लगभग ₹10,00,000 की राशि का भी गलत तरीके से गमन हो गया है, साथ ही मूलभूत योजनाओं की राशि को भी सरपंच–सचिव ने पूरी तरह बंदरबांट कर लिया है।
मूलभूत मद के अंतर्गत लगभग ₹3 से ₹4 लाख की राशि आई थी, जिसमें सिर्फ 40 से 50 गाड़िया मुरम गिराकर कागजी खानापूर्ति की गई और उसके बाद पूरा पैसा आहरित कर लिया गया। ग्रामीणों का कहना है कि जमीनी स्तर पर आज तक किसी भी स्वीकृत कार्य का निर्माण प्रारंभ नहीं किया गया है, जबकि चुनाव जीते हुए लगभग 9 माह बीत चुके हैं। ग्रामवासियों के अनुसार, सर्पंच पति सन्नी पैकरा और सचिव लालमन यादव द्वारा पंचायत में मनमाने तरीके से कार्य किए जा रहे हैं, जिससे लगभग ₹25 से ₹30 लाख तक की राशि के दुरुपयोग की आशंका जताई जा रही है। ग्रामीणों ने कहा कि पंचायत में पारदर्शिता का पूर्ण अभाव है, जनता को न तो कार्यों की जानकारी दी जाती है, न ही पंचायत की बैठकें नियमित रूप से आयोजित की जा रही हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल जांच और कठोर कार्रवाई की मांग की है, ताकि ग्राम पंचायत की राशि का सही उपयोग हो सके और भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जा सके। नोट राशि कम ज्यादा हो सकती है, सुत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार समाचार प्रकाशन।


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