अम्बिकापुर (ब्रेकिंग)। महादेव सट्टा ऐप के काले कारोबार ने छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर में सनसनी मचा दी है। एक वायरल वीडियो में कथित सटोरिया सत्यम केसरी ने चौंकाने वाला दावा किया है कि इस अंतरराष्ट्रीय सट्टा नेटवर्क का संचालन शहर से हो रहा है, जिसमें स्थानीय सटोरियों के साथ-साथ पुलिस विभाग के जवान भी शामिल हैं। इस खुलासे ने पुलिस महकमे को कटघरे में ला खड़ा किया है।बहरहाल अब सभी की नजर इस बात पर है कि पुलिस इस गंभीर मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को सजा दिलाएगी या वर्दी की आड़ में सच को दबाने की कोशिश होगी। यह मामला न केवल अम्बिकापुर बल्कि पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया है।
पुलिसकर्मी पर 48 लाख के मुनाफे का आरोप
सत्तीपारा निवासी सत्यम केसरी ने वीडियो में पुलिस आरक्षक प्रवीण सिंह, सटोरिया अमित मिश्रा और अन्य स्थानीय लोगों पर महादेव ऐप के जरिए क्रिकेट सट्टा चलाने का आरोप लगाया। सत्यम ने बताया कि गाड़ाघाट के एक किराए के मकान में वाई-फाई और तकनीकी उपकरणों के सहारे सट्टे का अड्डा चल रहा था। सत्यम का दावा है कि प्रवीण सिंह ने एक महीने में 48 लाख रुपये का मुनाफा कमाया। जब उसने इस गैरकानूनी काम से हटने की कोशिश की, तो उसे "दुबई तक पहुंच" और "उठवा देने" की धमकियां मिलीं।
सरगुजा पुलिस ने शुरू की जांच
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरगुजा अमोलक सिंह ढिल्लो ने कहा, वायरल वीडियो की जानकारी मिली है। मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू की जाएगी और कानूनी कार्रवाई होगी।
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