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विद्यालय भवन निर्माण में लापरवाही : राजस्थान जैसी घटना कोरिया में न दोहराए प्रशासन, मानपुर प्रा. शा. भवन निर्माण में गुणवत्ता की अनदेखी

 


कोरिया। राजस्थान के झालावाड़ जिले में हाल ही में एक विद्यालय भवन गिरने की दर्दनाक घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया था। इस हादसे में कई मासूमों की जान खतरे में पड़ी थी और निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठे थे। लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि कोरिया जिला प्रशासन ने इस भयावह घटना से कोई सबक नहीं लिया है। जिले के मानपुर स्थित प्राथमिक शाला भवन का निर्माण कार्य वर्तमान में जारी है, लेकिन वहां ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य में गंभीर अनियमितताएं बरती जा रही हैं। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ठेकेदार ने यह काम एक पेटी कॉन्ट्रैक्ट के माध्यम से दूसरे व्यक्ति को सौंप दिया है। इससे निर्माण कार्य की निगरानी और गुणवत्ता पूरी तरह सवालों के घेरे में आ गई है।


स्थानीय नागरिकों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि भवन में जो कॉलम डाले जा रहे हैं, उनमें निर्धारित मापदंडों की अनदेखी की जा रही है। रिंग का जो बाइंडिंग होना चाहिए, उसमें उचित दूरी और मजबूती नहीं बरती जा रही है। इतना ही नहीं, सीमेंट, रेत और गिट्टी के मिश्रण (मशाला) में भी मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। निर्माण कार्य पूरी तरह से मनमाने ढंग से किया जा रहा है जिससे भविष्य में भवन की मजबूती और बच्चों की सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है। स्थानीय लोगों द्वारा इस पूरे मामले की जानकारी संबंधित अधिकारी को दी जा चुकी है, लेकिन अब सबकी निगाहें जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग की कार्यवाही पर टिकी हैं। क्या वे समय रहते हस्तक्षेप कर निर्माण कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित करेंगे या फिर एक और राजस्थान जैसी घटना का इंतजार करेंगे? गौरतलब है कि स्कूल भवन बच्चों की शिक्षा ही नहीं, सुरक्षा से भी जुड़ा मामला होता है। ऐसे में ठेकेदार और निर्माण कार्य की देखरेख करने वाले इंजीनियर की जवाबदेही तय करना अत्यंत आवश्यक है। यदि अब भी समय रहते आवश्यक कार्रवाई नहीं की गई, तो यह लापरवाही भविष्य में एक बड़े हादसे को जन्म दे सकती है। जनता और अभिभावकों की मांग है कि जल्द से जल्द भवन निर्माण की गुणवत्ता की जांच हो तथा दोषी ठेकेदार और संबंधित इंजीनियर पर कठोर कार्रवाई की जाए, ताकि बच्चों की सुरक्षा से कोई खिलवाड़ न हो सके।

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