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शेयर मार्केट में रकम दोगुनी करने का झांसा देकर की करोड़ों की ठगी, शातिर हेड मास्टर को पुलिस ने किया गिरफ्तार


बलौदाबाजार। शेयर बाजार में रकम दोगुनी करने का लालच देकर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले हेड मास्टर और उसके भाई को कसडोल पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान ग्राम महकम चौकी सोनाखान निवासी रामनारायण साहू (48) (प्रधान पाठक शासकीय प्राथमिक शाला सोनाखान) और उसके भाई हेमंत साहू (42) के रूप में हुई है। मुख्य आरोपी रामनारायण साहू हेड मास्टर है। उसने अपने भाई के साथ मिलकर करोड़ों रुपये की ठगी की साजिश रची थी। आरोपियों ने कसडोल, लवन, गिधौरी, शिवरीनारायण, महासमुंद, रायगढ़ समेत कई क्षेत्रों में सैकड़ों लोगों को शेयर ट्रेडिंग में निवेश कराने का झांसा देकर करोड़ों रुपये की ठगी की गई। अब तक की जांच में दो मामलों में 1.22 करोड़ की ठगी की जानकारी मिली है। इसके अलावा मंदिर हसौद थाना रायपुर में भी आरोपी के खिलाफ एक धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज है।कसडोल क्षेत्र के ग्राम कटगी में रहने वाले गोपाल प्रसाद देवांगन ने धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़ित ने बताया कि आरोपी रामनारायण से 2023 में रेलिंग के काम के दौरान उसकी पहचान हुई। इसके बाद रामनारायण ने शेयर मार्केट में पैसा लगाकर दो साल में दोगुना करने का झांसा दिया। उसने विश्वास में आकर 19.43 लाख दिए। इसी तरह उसके मित्रों से भी लाखों की ठगी हुई। अकेले गोपाल, राजेश और अनिल से 40.82 लाख की ठगी की गई। वहीं, वर्ष 2024 में राजकुमार यदू से 82 लाख की ठगी की गई थी।एसपी भावना गुप्ता के निर्देश पर डीएसपी कौशल किशोर वासनिक, साइबर सेल डीएसपी तुलसी लेकाम, योगिता बाली खापर्डे, थाना प्रभारी हेमंत पटेल, धीरेंद्र दुबे, प्रणाली वैद्य समेत आठ सदस्यीय विशेष टीम गठित की गई। टीम ने दोनों आरोपियों को गहन तकनीकी जांच तस्दीकी एवं विवेचना करते हुए उनके ठिकाने से गिरफ्तार किया।

फर्जी आईडी के बहाने लोगों को देता था झांसा-पूछताछ में पता चला कि आरोपी रामनारायण साहू द्वारा ठगी के पैसे को कई फर्जी संस्थाओं के नाम पर निवेश किया है। वह खुद को दिल्ली की कई संस्थाओं जैसे एंटी करप्शन फाउंडेशन ऑफ इंडिया, दिल्ली जर्नलिज्म एंड इन्वेस्टिगेशन रिसर्च इंस्टीट्यूट और दिल्ली क्राइम भ्रष्टाचार विरोधी मोर्चा का सदस्य बताकर परिचय पत्र रखता था। पूछताछ में यह भी सामने आया है कि आरोपी जब लोगों से पैसे ले लेता था और जब वे रकम वापस मांगते थे तो वह किसी अन्य पीड़ित के पैसे से कुछ राशि लौटा देता था। ताकि लोगों का विश्वास बना रहे। पुलिस अब आरोपियों की संपत्ति, बैंक अकाउंट की जानकारी जुटा रही है। पुलिस की टीम ठगी में शामिल अन्य आरोपियों की जानकारी जुटा रही है।

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