कोरिया। जिले के बैकुंठपुर के तलवापारा क्षेत्र में बड़ी मात्रा में आयुर्वेदिक दवाइयों को खुले में जलाए जाने का मामला सामने आया है। मामले की सूचना मिलते ही ड्रग इंस्पेक्टर विकास लकड़ा और आलोक मिंज मौके पर पहुंचे और तत्काल जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि जलाए जा रहे अधिकांश दवाएं आयुर्वेदिक हैं और किसी निजी फर्म की बताई जा रही हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि इन दवाओं में से ज्यादातर एक्सपायर नहीं हुई थीं, बल्कि यह रोजमर्रा के प्रयोग में लाई जाने वाली दवाएं थीं।
यह भी स्पष्ट किया गया कि ये दवाइयां शासकीय नहीं हैं। ड्रग इंस्पेक्टरों की टीम ने मौके से कुछ दवाओं के सैंपल और फोटोग्राफ एकत्र किए हैं। विभाग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अज्ञात व्यक्ति और संबंधित फर्म की पहचान और जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार, किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा एक वाहन में दवाइयां लाकर तलवापारा में फेंकी गईं और फिर उन्हें आग के हवाले कर मौके से फरार हो गया। गौरतलब है कि इसके पूर्व भी जिले में दो अलग-अलग स्थानों पर सरकारी दवाइयां लावारिस हालत में मिली थीं। उस समय जिला प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन कर्मचारियों को निलंबित किया था और मामला पुलिस को सौंपा गया था।
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